देखने में यह एक marketing लगती है लेकिन वास्तविक जीवन में इसके कई मायने हैं*
अगर हम क्रोध खरीदते हैं तो हमें एसिडिटी मुफ्त में मिल जाती है*
अगर हम ईर्ष्या खरीदते हैं तो सिरदर्द मुफ्त में मिल जाता है*
अगर हम नफरत खरीदते हैं तो अल्सर मुफ्त ...
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