झूठ-फरेब के आसन पर जो, बैठि करे सब करतब न्यारो। बालक जानि छमा करिहौ, मन-दुविधा-बाधा-सोक निवारो। सोवत जागत याहि जपै, अध निद्रा में यह बैन उचारो।। को नहिं जानत कुरसी मैया,
संकटमोचन नाम तिहारो।।
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